गोकुलम-2025 में 1500 से अधिक युवाओं की भागीदारी, मटकी फोड़ प्रतियोगिता बनी आकर्षण
जयपुर, 16 अगस्त।मटकी फोड़कर परंपरा निभाने और संस्कृति दर्शाने की बारी आई तो युवा जोश और मन प्रफुल्लित हो उठा। हर किसी ने कई मीटर ऊपर लगी मटकी तोड़कर विनर बनने की ठानी। फिर रोचक मुकाबले देखने को मिले। ऐसे में मुंबई का नजारा गुलाबी नगरी में देखने को मिला। अनूठा मौका था चित्रकूट स्टेडियम में समरस भारत सेवा संस्थान की ओर से आयोजित गोकुलम-2025 का, जिसमें हजारों लोग एकत्रित हुए।
लड्डू गोपाल का किया स्वागत-सतकार:
कार्यक्रम संयोजक मोतीराम चोपड़ा और सहसंयोजक सत्यनारायण शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत लड्डू गोपाल (कान्हा) की प्रतिमा के स्वागत व पूजन से हुई। मंचासीन अतिथियों में उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, प्रान्त प्रचारक बाबूलाल शर्मा, केबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य, रिटायर आईएएस चंद्र मोहन मीणा, महापौर सौम्या गुर्जर, जिला प्रमुख रमा चोपड़ा और विधायक गोपाल शर्मा उपस्थित रहे।
वहीं पर्यावरण वन व जलवायु परिवर्तन संवर्धन परिषद ईकाई (भारत) के चेयरमेन राहुल द्विवेदी ने भी बच्चों को मोटिवेट किया।
500 बच्चों ने रखा कान्हा का रूप:
संस्थान अध्यक्ष धनंजय सिंह और सचिव देवेंद्र शर्मा ने बताया कि कान्हा प्रतियोगिता 8 वर्ष से कम उम्र के करीब 500 बच्चों के लिए थी। उन्होंने कान्हा का रूप धारण कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
वहीं गोविंदा प्रतियोगिता में 100 से अधिक टीमों और लगभग 1500 युवाओं ने भाग लिया। इस दौरान पारंपरिक मटकी फोड़ प्रतियोगिता में भाग लिया। उत्साह और एकता के अद्भुत प्रदर्शन ने तालियों की गड़गड़ाहट बटोरी और रोचक मुकाबले देखने को मिले।
प्रतिभागियों को “मैं भी विजेता” थीम के तहत मोमेंटो दिए गए तो वे रोमांचित नजर आए। सभी ने अपनी-अपनी जीत को साथियों के साथ सेलिब्रेट किया।
कार्यक्रम संयोजक मोतीराम चोपड़ा और सहसंयोजक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी मोबाइल और सोशल मीडिया में व्यस्त है। ऐसे आयोजनों से वे संस्कृति से जुड़ते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा पाते हैं। ऐसे में ये आयोजन कई वर्षों से आयोजित किया जा रहा है, जो हर साल और वृहद रूप ले रहा है।
युवाओं में ऐसा उत्साह था कि तैयारियां जून से ही चल रही थीं। आयोजन स्थल पर सुरक्षा, बैठने, पेयजल और चिकित्सा व्यवस्था भी की गई।

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